
पर्यावरण संरक्षण ईश्वरीय संरक्षण के समान….
महात्मा ज्योतिबापूले गुरुकुल स्कूल के परिसर में लगाए गए पौधे
छात्रों ने पर्यावरण को बचाने की ली प्रतिज्ञा…
तेलंगाना(रीजनल एक्सप्रेस)। विश्व पर्यावरण संगठन के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. सीएच भद्रा और महासचिव निखिल साई कोनेटी और विश्व पर्यावरण संगठन के उपाध्यक्ष मित्तपल्ली रामकृष्ण कार्यक्रम प्रबंधक एच एंड आर ब्लॉक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड। लिमिटेड कंपनी सीएसआर के फंड से, छात्रों ने पर्यावरण प्रतिज्ञा ली और देशमुख गांव, भूदान पोचमपल्ली मंडल, यादाद्री भुवनगिरी जिले में महात्मा ज्योतिबापूले गुरुकुल स्कूल के परिसर में पौधे लगाए। विश्व पर्यावरण संगठन के वैश्विक अध्यक्ष डॉ. हरि इप्पनपल्ली ने कहा कि भारत के पूर्व राष्ट्रपति, प्रसिद्ध पर्यावरण दार्शनिक भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की महत्वाकांक्षाओं को छात्रों की आकांक्षाओं को दुनिया तक पहुंचाने के एकमात्र उद्देश्य से आयोजित किया गया था। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संगठन पर्यावरण की सुरक्षा के लिए काम कर रहा है। सभी को अपने दैनिक जीवन में प्रकृति के लिए जीना चाहिए, प्रकृति में रहना चाहिए और प्रकृति का संरक्षण करना चाहिए।
विश्व पर्यावरण संगठन की स्कूल कार्यक्रम निदेशक डॉ. ए जोशना राव ने कहा कि देश में दिन-ब-दिन बढ़ते प्रदूषण के खिलाफ छात्रों को आवाज उठानी चाहिए, आने वाली पीढ़ियों को अच्छा भोजन, अच्छा स्वास्थ्य और शिक्षा प्रदान करना तभी संभव है जब पर्यावरण सुरक्षित रहेगा। पिछले 12 वर्षों के दौरान मैंने विश्व पर्यावरण संगठन द्वारा आयोजित किसी भी कार्यक्रम में भाग लिया है और युवाओं से कहा है कि सच्ची देशभक्ति और धर्मपरायणता पर्यावरण की रक्षा में है।
इस अवसर पर एच एंड आर ब्लैक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के प्रतिनिधियों… हरीश ने कहा कि हर साल उनकी कंपनी के तत्वावधान में सीएसआर फंड से विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों और गांवों में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते थे, लेकिन उन सभी के विपरीत, विश्व पर्यावरण संगठन ने प्रत्येक छात्र को पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूक करने के लिए केवल एक दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर विश्व पर्यावरण संगठन के अध्यक्ष डॉ. सीएच भद्र ने कहा कि देश में विभिन्न प्रकार के प्रदूषण, वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, भूमि प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण के कारण प्रतिदिन औसतन छह से 20 हजार लोगों की मौत हो रही है।
आज हर घर, हर गली में किसी न किसी को अस्पताल जाना पड़ता है और दवाइयों के सहारे जीवन गुजारना पड़ता है। इस स्थिति से बाहर निकलना हमारी जिम्मेदारी है, खासकर छात्रों की, कल की भावी पीढ़ियों की जिम्मेदारी है कि हम हवा खरीदने की दयनीय दुर्दशा से सीखें और ओजोन परत को सभी प्रकार के पौधों के प्रदूषण से बचाएं। इस अवसर पर दयानंद राव गारू ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा का जो आनंद है, वह दुनिया में कहीं और नहीं मिल सकता।
इस अवसर पर विश्व पर्यावरण संगठन के महासचिव निखिल साई ने कहा कि विश्व पर्यावरण संगठन का ईच वन टीच वन प्लांट वन कार्यक्रम आज से 12 वर्ष पहले शुरू हुआ था, आज दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर है, यह हम सभी भारतवासियों के लिए बहुत दुखद है। देश में स्वास्थ्य समस्याएं दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं और इन सबका मूल कारण यह है कि हम सभी प्रकृति से दूर रहते हैं और प्रकृति के करीब रहते हैं, इसके लिए विश्व पर्यावरण संगठन स्कूलों और घरों को भावी पीढ़ियों के लिए पर्यावरण संरक्षण का केंद्र मानता है।
विश्व पर्यावरण संगठन के कोषाध्यक्ष एवं भारत सरकार के खाद्य वितरण सलाहकार परिषद के सदस्य रिजवान अहमद ने कहा कि यदि हम दिन-प्रतिदिन बढ़ते प्रदूषण रूपी राक्षस से जीवित प्रजातियों की रक्षा नहीं करेंगे तो इसकी कीमत हमें हर दिन अपनी जान देकर चुकानी पड़ेगी। इस कार्यक्रम में गौड़ उपाध्यक्ष आर विनोद रेड्डी रामकृष्ण शंकर महात्मा ज्योतिबापूले स्कूल एचएम नागभूषणम चारी और स्कूल कॉलेज के व्याख्याता छात्रों ने बड़ी संख्या में भाग लिया और पर्यावरण की रक्षा के लिए नारे लगाए। आज से प्रतिदिन पर्यावरण की रक्षा कर विश्व पर्यावरण संगठन के आंदोलन में भाग लेने का संकल्प लिया गया। इस अवसर पर विश्व पर्यावरण संगठन के तत्वाधान में छात्रों द्वारा आयोजित निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत करने के लिए एक भव्य समारोह आयोजित किया गया। विजेताओं को डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम मेमोरियल अवार्ड एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर छात्रों ने बड़ी संख्या में भाग लिया और पर्यावरण संरक्षण के नारे दिये।