
सक्रमित खून चढ़ाए जाने से थैलीसीमिया पीड़ित हुए एचआईवी पॉजिटिव
थैलिसिमीया विभाग द्वारा 180 रोगियों की स्क्रीनिंग में 14 मरीज ऐसे सामने आए हैं।
कानपुर (रीजनल एक्सप्रेस न्यूज़)।कानपुर में जांच में एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। जहा पर सक्रमित खून चढ़ाए जाने से थैलीसीमिया पीड़ित एचआईवी पॉजिटिव आए है और दो रोगियों में हेपेटाइटिस का संक्रमण पाया गया है। थैलिसिमीया विभाग द्वारा 180 रोगियों की स्क्रीनिंग में 14 मरीज ऐसे सामने आए हैं, जिनके अंदर हेपेटाइटिस B,C व HIV की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। रिपोर्ट पोजिटिव आने के बाद मेडिकल कालेज में हड़कंप मच गया है। हालांकि पूरा मामला सामने आने के बाद विगाध्यक्ष ने सफाई पेश की है की यह आंकड़ा पिछले 10 सालों का है। संक्रमित लोगो ने सरकारी हॉस्पिटल या निजी हॉस्पिटल से खून चढ़वाया है इस बात की कोई जानकारी नहीं है। अभी तक यह भी सुनिश्चित नही हो पाया है कि किस अस्पताल से संक्रमित खून मरीज के अंदर पहुंचा है।
कानपुर मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार आर्या ने बताया की थैलेसीमिया से पीड़ित मरीजों को हर 3 से 4 हफ्ते के बीच ब्लड चढ़ाने की जरूरत पड़ती है। साल में 16 से 24 बार खून चढ़वाना पड़ता है। ऐसे में इस मरीजों को सक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है। लगातार इसकी जांच करवाई जाती है की अगर किसी तरह का संकरण हुआ हो तो उसका इलाज किया जा सके।
डॉ. अरुण कुमार आर्या ने बताया कि थैलेसीमिया से पीड़ित मरीजों की स्क्रीनिंग हर 3 से 4 महीने के बीच में की जाती है। स्क्रीनिंग में देखा जाता है कि उन मरीजों में कितना सुधार हो रहा है या फिर कोई अन्य बीमारी तो नहीं अटैक कर रही है। इस स्क्रीनिंग में ही 14 लोगों में संक्रमित होने की बात सामने आई है। डॉ. आर्या ने बताया कि सात मरीजों में हेपेटाइटिस B और पांच मरीजों में हेपेटाइटिस C और दो मरीजों में HIV संक्रमण की पुष्टि अभी हुई है। इन सभी मरीजों को अलग-अलग सेंटरों पर खून चढ़ाया गया है।
रिपोर्ट: राहुल कुमार तिवारी