
पीलीभीत में पत्रकार पर दर्ज हुआ फर्जी मुकदमा, पत्रकार संगठन ने भेजा मुख्यमंत्री को ज्ञापन…..
पीलीभीत (रीजनल एक्सप्रेस)। पीलीभीत के नई बस्ती के रहने वाले पत्रकार सुमित मौर्य व उनके परिजनों पर उनके चचेरे रिश्तेदारों द्वारा साजिशन एक एफआईआर संख्या 010 धारा 420, 467, 468, 471, 385, 307, 506 दिनांक 4 जनवरी 2023 को सुनगढ़ी थाने में दर्ज करा दी गई है। सुमित मौर्य ने बताया कि मेरे खिलाफ दर्ज एफआईआर असत्य व बेबुनियाद है। मैं व मेरे परिजन पुलिस जांच में सहयोग करने के लिए तैयार है। पत्रकार संगठन ऑल मीडिया प्रेस क्लब ने एफआईआर के खिलाफ मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन पीलीभीत के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को भेजा है। ज्ञापन में चार सूत्रीय मांग की गई है।
1. एफआईआर की निष्पक्ष जांच किसी ईमानदार अधिकारी द्वारा कराई जाये। जिससे सच सामने आ सके।
2. जांच होने तक पुलिस द्वारा पत्रकार सुमित मौर्य व उनके परिजनों को बेवजह/ अनावश्यक परेशान न किया जाये।
3. पत्रकार सुमित मौर्य, एफआईआर में आरोपी 4 अन्य लोगो की लोकेशन, शिकायतकर्ती और उसकी बहन जिन पर जानलेवा हमला होने दर्शया गया है कि लोकेशन निकलवाई जाएं। जिससे साफ हो जाएगा कि घटना मनगढ़ंत और झूठी है साजिशन रची गई है।
4. शिकायतकर्ती हेमलता द्वारा कराया गये प्लाट 50.82 वर्ग मीटर का बैनामा और नंदकिशोर मौर्य द्वारा दान किया गया प्लाट 79.53 वर्ग मीटर, दोनों का क्षेत्रफल अलग अलग है। जो कि गाटा संख्या 718 का अंश/ भाग है कि भी जांच कराई जाए जिससे साफ हो सके कि शिकायतकर्ती के प्लाट को दान नही किया गया है।
इस संबंध में सुमित मौर्य के पिता नंदकिशोर मौर्य ने बताया कि उनकी एक पुश्तैनी जमीन गाटा संख्या 718 पकड़िया नौगवां चक मुस्तक़िल अंदर चुंगी तहसील पीलीभीत में लगभग 250 वर्ग मीटर है। जिसमे मै और मेरे चाचा छेदालाल व परिवार के अन्य लोग हिस्सेदार है। उसी जमीन से छेदालाल ने अपने हिस्से से 50.82 वर्ग मीटर का एक प्लाट अपनी पुत्रबधू हेमलता के नाम दिनांक 22 मई 2022 को बैनामा कर दिया। उक्त जमीन से ही मैंने भी अपना हिस्सा 79.53 वर्ग मीटर जरिये दान पत्र अपनी पत्नी श्रीमती आशा देवी को दे दिया। जिसके बाद छेदालाल ने अपनी पुत्रबधू हेमलता के द्वारा साजिशन एक फर्जी एफआईआर सुनगढ़ी थाने में दर्ज करा दी। जिसमे हेमलता ने लिखा है उनके प्लाट को धोखाधड़ी करके दान कर दिया है। जबकि दोनों प्लाट अलग अलग है। दोनों का क्षेत्रफल अलग है। दोनों प्लाट गाटा संख्या 718 का अंश मात्र है। जो कि खतौनी से स्पष्ट किया जा सकता है।
मैंने अपना हिस्सा दान किया है और ये बात एफआईआर में हेमलता द्वारा छुपाई गई है। यही नही हेमलता ने एफआईआर में लिखा है कि प्रार्थी व उसके परिवारजनों ने दिनांक 12 दिसंबर 2022 को 7 बजे हेमलता के प्लाट पर जाकर गाली गलौज की और जान से मारने की नीयत से तमंचे से हेमलता और उसकी बहन पर गोली चला दी। आश्चर्य की बात की गोली किसी को लगी भी नही?
जबकि 12 दिसंबर 2022 को 7 बजे मैं व मेरे परिजन अपने घर पर थे। कोई भी प्लाट पर गया ही नही। यहाँ तक कि खुद रिपोर्ट लिखवाने वाली हेमलता और उसकी बहन भी अपने घर पर ही थी अगर सभी की लोकेशन निकाली जाए तो सच्चाई खुद ब खुद सामने आ जायेगी। दरअसल छेदालाल हमारे परिवार से रंजिश रखते है इसलिए अपनी पुत्रबधू हेमलता के जरिये मनगढ़ंत और काल्पनिक घटना बनाकर फर्जी मुकदमा दर्ज करा दिया गया है।