
हँसमुख गजोधर भईया रुला गए, एम्स में ली अंतिम सासें…
कॉमेडी किंग राजू श्रीवास्तव ने एम्स में ली आखरी सास
देश के बेहतरीन कॉमेडी किंग राजू श्रीवास्तव ने दिल्ली के ऐम्स में ली आखरी सास 41 दिन पहले रोजाना के जिम टाइम में उनको हार्ट अटेक पड़ा जहाँ से उनको आनंद फानन्द में ऐम्स में भर्ती कराया गया डॉक्टरी जांच में 100 प्रतिशत ब्लॉकेज की बात सामने आई और उनको ICU सपोर्ट में रख दिया गया जहाँ पर उनका इलाज सुरु होगया ।देश के कोने कोने में अपने राजू भईया की सलामती के लिए दुआ पाठ यज्ञ हवन मांन मनोतिया भी सुरु होगयी क्या नेता क्या अभीनेता सभी ने हसमुख राजू श्रीवास्तव के जल्द स्वाथ होने की प्रार्थना भी की और डॉक्टरों की देखरेख ने उनको सुधार की ओर बढ़ते देखा परिवार में एक उम्मीद की लहर भी उठी पर बीते कुछ दिनों से उनके हालात नाजुक बातये जा रहे थे और आज सुबह राजू श्रीवास्तव ने अपनी अंतिम सांस ली।आप को बता दे गजोधर भईया अपने मज़ाकिया अंदाज के लिए इतने लोकप्रिय थे कि देश के हर घर मे आज शोक की लहर दौड़ गयी कोई मानने को तैयार नही तो कोई सदमे में है ।राजू भईया का अंतिम संस्कार 22 सितम्बर को दिल्ली में किया किया जाएगा।।राजू एक मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मे ओर कानपुर से मुम्बई का सफर बड़ी उतार चढ़ाव के साथ किया ।राजू भईया ने मुम्बई के बेहतरीन कलाकरों के साथ काम कर खूब नाम कमाया ओर कॉमेडी किंग के नाम से जाने गए।
राजू के फिल्मी दुनिया मे प्रसिद्ध धारावाहिक काम और ग्रेट इंडियन लाफ्टर चेलेन्ज,मेने प्यार किया,बाज़ीगर,बॉम्बे टू गोवा आमदनी अठन्नी ख़र्चा रुपैया तेज़ाब देख भाई देख का भी नाम आता है।
सत्य प्रकाश श्रीवास्तव उर्फराजू श्रीवास्तव उर्फ गजोधर भईया अपने 59 वर्षीय जीवन में राजनीति में भी हाथ आजमाए 2014 में सपा कानपुर के लोकसभा शीट से चुनाव लड़ने के लिए मैदान में आए पर बाद में टिकट वापस कर बीजेपी में शामिल हो गए और प्रधानमंत्री मोदी जी ने स्वक्छ भारत अभियान को आगे बढ़ाने में लग गए ।राजू की उपलब्धि में एक कदम योगी सरकार ने भी बढ़ाया ओर उनको उत्तर प्रदेश फ़िल्म विकास परिषद का अध्यक्ष बना दिया फिर क्या राजू भईया इस परिषद को दिन रात आगे बढ़ाने लगे। सत्या प्रकाश श्रीवास्तव उर्फ राजू भईया के जीवन मे अमिताभ बच्चन का अहम स्थान रहा है क्योंकि राजू श्रीवास्तव को हास्यकलाकर गजोधर भईया बनाने में अमिताभ बच्चन की जादुई आवाज़ का अहम रोल रहा है।राजू को बचपन से से अमिताभ की आवाज़ निकाल ने लोगो के बीच मे अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का शोक मुम्बई तक ले गया और वो इस बात को कहने में कभी संकोच नही करते थे।
Out-put:- अभिषेक श्रीवास्तव