
निस्वार्थ सेवा और समर्पण का भाव चाहिए : राजीव अग्रवाल
कानपुर (रीजनल एक्स्प्रेस)। कहते हैं अगर इंसान के अंदर अगर मानवता जीवित है तो उसका मानव जन्म भी सार्थक हो जाता है, ऐसा ही कर कुछ दिखाने की चाहत रखने वाले समाजसेवी राजीव अग्रवाल द्वारा निस्वार्थ भाव से गरीबों एवं बेसहारा लोगों की सहायता निरंतर करते चले आ रहे हैं। गुरुवार को इसी सेवा भाव शब्दों एवं सोच के साथ स्नेहा कुरील एवं उनके साथियो (आकाश, रेखा, जलज, रजत) द्वारा जागेश्वर महादेव मंदिर के पास बस्ती के प्यारे एवं होनहार बच्चों को जूते पहनाए गए। कोमल कोमल बच्चों के कोमल पैरों में जब जूते पहनाए तो जो सुकून मिला उसको शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता, कुछ बच्चे जूते पाकर रूआसे से हो गए, कहने लगे मम्मी पापा नहीं दिलाते थे, चप्पल और नंगे पैर में बड़ी दिक्कत होती थी, कुछ बच्चे खुशी से झूम उठे हम लोग आगे भी बस्तियों मे जाकर बच्चो को जूते पहनायगे राजीव अग्रवाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि निस्वार्थ सेवा और समर्पण का भाव होना चाहिए, इंसान का इंसानियत से लगाव होना चाहिए, बदलाव देखना चाहते हैं जमाने मे तो सबसे पहले खुद मे बदलाव चाहिए। सेवादार में स्नेहा और उनकी टीम यह कार्य विगत कई वर्षो से करती आ रही हैं।